तुम मोहब्बत हो मेरी | Sayari


तुम मोहब्बत हो मेरी,
जिसे खोना मुझे मंजूर नहीं था।
लेकिन हार गया मैं,
इन तकदीर की लकीरों के आगे।
या शायद भूल गए थे,
खुदा तुझे लिखना किस्मत में मेरी।

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